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  • अन्तिम बार अद्यतन Jun 01, 2023 को किया गया.
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इतिहास

पी डी आई एल की ऐतिहासिक प्रमुख घटनाएँ

अपनी स्‍थापना के समय से ही पी डी आई एल भारत में स्‍थापित प्राय: सभी तृणमूल उर्वरक परियोजनाओं के डिजाइन, अभियंत्रणा एवं सम्‍बंधित संरचना के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है।

कृषि क्षेत्र के लिए आवश्‍यक आधार नाइट्रोजन्स उर्वरक के उपभोग एवं उर्वरक उत्‍पादन की स्‍थापित क्षमता में भारत का चतुर्थ स्‍थान है। भारत में नाइट्रोजनस उर्वरक उद्योग की स्‍थापित क्षमता का लगभग दो तिहाई भाग पी डी आई एल द्वारा अभिकल्‍पित, अभियंत्रित एवं संरचित है।